बिलावल भुट्टो द्वारा सिंधु नदी और भारत को लेकर दिए गए बयान पर भारत के केंद्रीय मंत्रियों की कड़ी प्रतिक्रिया :
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष भुलावल भुट्टो ज़रदारी द्वारा भारत और सिंधु नदी को लेकर दिए गए बयान पर भारत में कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली है ।
सिंध प्रांत के सुक्खर में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने भारत का नाम लेते हुए कहा था की “या तो सिंधु नदी में हमारा पानी रहेगा या उनका खून” ।
बिलावल भुट्टो के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटील समेत कई बड़े नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है ।
श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि “बिलावल भुट्टो का बयान बेवकूफी भरा है ऐसे बयानों को सम्मान नहीं देना चाहिए” एवं श्री सी. आर.पाटिल ने कहा कि “हम ऐसी धमकी से नहीं डरते हैं” ।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के कदम के संबंध में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जारी की।
हाल ही में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित सुक्कुर में एक सार्वजनिक रैली में बोलते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा, “सिंधु नदी हमारी है; यह हमारी है। या तो हमारा पानी इसमें बहता है या उनका (भारतीयों का) खून इसमें बहता है।” इस टिप्पणी को भड़काऊ माना गया और शुक्रवार को हरदीप सिंह पुरी ने इसकी तीखी आलोचना की।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “मैंने उनकी (बिलावल की) टिप्पणियां सुनी हैं। उनसे कहो कि जहां भी पानी दिखे, कूद जाएं। लेकिन जब पानी ही नहीं है तो वे कैसे कूद सकते हैं? ऐसी टिप्पणियों पर ध्यान देने लायक नहीं है। उन्हें इसका नतीजा समझ में आ जाएगा।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहलगाम की घटना स्पष्ट रूप से पड़ोसी देश द्वारा रची गई सीमा पार आतंकवादी हमला थी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों ने पहले ही जवाबदेही ले ली है।
हरदीप सिंह पुरी ने सख्त लहजे में कहा, “अतीत के विपरीत, अब आगे-पीछे की कोई डील नहीं होगी। जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है, पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। यह तो बस शुरुआत है। आतंकवादी जीवन के मूल अधिकार का उल्लंघन कर रहे हैं। पूरी दुनिया इसकी निंदा कर रही है। पाकिस्तान न केवल एक गैर-जिम्मेदार देश है; बल्कि यह एक पतनशील राष्ट्र है।”
मंत्री ने लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग में सेना और वायु सेना के सलाहकार कर्नल तैमूर राहत द्वारा कथित तौर पर किए गए एक इशारे का भी उल्लेख किया, जो गला काटने की हरकत का संकेत था। पुरी ने टिप्पणी की, “यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद है। उन्हें इसकी कीमत चुकाने का समय आ गया है। अगर उन्हें (पाकिस्तान को) लगता है कि वे
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